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पाषाण काल एवं सैन्धव सभ्यता से जुडे महत्वपूर्ण प्रश्न तथा तथ्य।

पाषाण काल एवं सैन्धव सभ्यता से जुडे महत्वपूर्ण प्रश्न तथा तथ्य।

पाषाण काल एवं सैन्धव सभ्यता से जुडे महत्वपूर्ण प्रश्न तथा तथ्य।

पाषाण काल किसे कहते है?


इतिहास का वह युग जिस समय मानव जीवन पत्थरों पर सबसे ज्यादा आश्रित था उस युग को पाषाण काल कहा जाता है।


उदाहरण के लिए:- पत्थरों से बने औजार से शिकार करना, पत्थरों की गुफाओं में रहना, पत्थरों को घिसकर आग पैदा करना इत्यादि।


पाषाण काल के  तीन चरण माने जाते हैं:-


1. पुरापाषाण काल, 

2. मध्यपाषाण काल 

3. नवपाषाण काल 


ये मानव इतिहास के आरम्भ से लेकर काँस्य युग तक फैला हुआ है।


सिंधु सभ्यता क्या है?


ऐसी सभ्यता जिसमे नगर निर्माण योजना एवं जल-मल निकास प्रणाली आदि की शुरुआत हुई, उसे हम सिंधु सभ्यता कहते हैं।


जब लोगों ने पत्थरों के बजाय धातु का प्रयोग करना प्रारंभ किया तब पाषाण युग का समाप्ति हुआ और सेंधव सभ्यता का प्रारंभ हुआ लेकिन इस समय भी लोग पूरी तरह से पत्थर के उपकरणों का इस्तेमाल को खत्म नहीं किया वह साथ-साथ धातु तथा पत्थर के उपकरणों का इस्तेमाल लंबे समय तक करते रहे।


पाषाण काल एवं सैन्धव सभ्यता से जुडे 43 महत्वपूर्ण तथ्य।


1. सिन्धु सभ्यता का स्थल 'हड़प्पा' रावी नदी के किनारे स्थित था। 


2. हड़प्पा सभ्यता की पहली खगोलीय वेधशाला धौलावीरा में पाई गई है।


3. सिन्धु घाटी सभ्यता के स्थलों में से हड़प्पा स्थल भारत में नहीं है। सिन्धु घाटी के लोगों की मुहर में पशुपति भगवान की प्रतिकृति का मुद्रण मिला था।


4. हड़प्पा की खुदाइयों में प्राप्त नृत्यमुद्रा में लड़की की विख्यात आकृति कांस्य की बनी हुई थी।


5. रोपड़ में मिले सिन्धु घाटी के भग्नावशेष भारत के चंडीगढ़ के नजदीक अवस्थित है। 


6. मोहनजोदड़ों की खुदाई वर्ष 1922 में की गई।


7. प्राचीन काल में लोग पत्थर के औजारों को आकार देने के लिए पत्थर का प्रयोग करते थे। 


8. सिन्धु सभ्यता के लोग जौ, चावल व गेहूं से परिचित थे। उन्हें आलू का ज्ञान नहीं था।


9. सिन्धु घाटी सभ्यता के लोग कांसा, तांबा, टिन व सोने चांदी से भी परिचित थे। लेकिन उन्हें लोहे का ज्ञान नहीं था। 


10. हड़प्पा सभ्यता के दौरान आयात की सबसे महत्वपूर्ण वस्तु धातु और बहुमूल्य पत्थर थे। 


11. सिन्धु घाटी स्थल कालीबंगा घग्घर नदी के तट पर स्थित है। 


12. पुरालेखशास्त्र (एपिग्राफी) शिलालेखों का अध्ययन है।


13. सिन्धु घाटी सभ्यता के खोजकर्ता दयाराम साहनी माने जाते हैं। 


14. सिन्धु सभ्यता के विकास में संभवत हड़प्पा पूर्व बसी ग्रामीण संस्कृतियों का योगदान था न कि द्रविड़ व वैदिक आय का जली हुई ईंटों के मकान, प्रथम यथार्थ मेहराब, पूजा स्थल व कला व स्थापत्य में से जली हुई ईंटों के मकान सिंधु सभ्यता की महत्वपूर्ण विशेषता थी।


15. प्राचीन भारतीय लोग मुख्यतः तांबा प्रयोग करते थे।


16. प्राचीन भारत में कला को धर्म ने प्रभावित किया। 



17. सिन्धु घाटी सभ्यता का स्थल लोथल गुजरात के अहमदाबाद जिले में स्थित है। 


18. हड़प्पाकालीन घर ईंटों के बने होते थे।


19. मेसोपोटामिया के साथ सिन्धु घाटी सभ्यता के लोगों का व्यापारिक संबंध था।


20. 3 गन्ना, सरसों, तिल तथा जा में से गन्ने का स्रोत सिन्धु घाटी सभ्यता में नहीं मिला है।


21. लोथल, कालीबंगा, नागार्जुनकोडा तथा रोपड़ में से हड़प्पा सभ्यता के अवशेष नागार्जुनकोंडा से प्राप्त नहीं हुए थे। 


22. सिन्धु घाटी की सभ्यता हडप्पा संस्कृति से संबंधित है।


23. चन्हूदड़ो से किसी दुर्ग का अस्तित्व नहीं मिला है।


24. धौलावीरा गुजरात के कच्छ जिले के मचाऊ तालुका में स्थित है। 


25. कालीबंगा से अग्नि वैदिकाएं प्राप्त हुई हैं।


26. सिन्धु घाटी सभ्यता आर्यों के भारत में उदय से पूर्व विद्यमान थी। उनके उदय के समय तक यह नष्ट हो गई। 


27. धौलावीरा, लोथल, कौशाम्बी तथा कालीबंगा में से कौशाम्बी स्थल सिन्धु घाटी सभ्यता से संबंधित नहीं है।


28. सिन्धु घाटी सभ्यता का बंदरगाह नगर लोयल में स्थित है।


29. मोहनजोदडो सिन्धु प्रांत के लरकाना जिले में स्थित है। 


30. रंगपुर में मिले सिन्धु घाटी के भग्नावशेष भारत के अहमदाबाद के नजदीक अवस्थित हैं।


31. सिन्धु घाटी की सभ्यता को नगर योजना के क्षेत्र में विशिष्टता हासिल थी।


32. हड़प्पा सभ्यता में भवनों का निर्माण पक्की ईटों (Burnt Bricks) से किया गया था।


33. पुरापाषाण युग में लोगों का मुख्य व्यवसाय आखेट था।


34. सिन्धु घाटी की सभ्यता मिट्टी के बर्तन के साक्ष्य के कारण आर्य-पूर्व सभ्यता मानी जाती है।


35. ज्वालामुखी विस्फोट सिन्धु घाटी की सभ्यता के विनाश का प्राथमिक कारण नहीं था। 


36. सिन्धु घाटी सभ्यता के हडप्पा स्थल पर एक पंक्ति में छः अन्न भंडार मिलें हैं।


37. पुरापाषाण युग में, मानव का सबसे महान आविष्कार आग था।


38. सिन्धु घाटी सभ्यता के बारे में प्राप्त हमारी जानकारियों का मुख्य स्रोत पुरातात्विक खुदाई है। हड़प्पा के कुम्हारी कार्य में आमतौर पर लाल रंग का उपयोग किया गया था।


39. दक्षिण भारत में महापाषाणी संस्कृति (500 BC. 100 A.D.) हमें ऐतिहासिक काल के पास लाता है। महापाषाणियों ने बड़े पत्थरों के टुकड़ों से घिरे कद्र का उपयोग किया।


40. सिन्धु घाटी में खुदाई किए गए अवशेषों में से मुहरें (Seals) वाणिज्यिक और आर्थिक विकास को निर्दिष्ट करती हैं।


41. लोथल, एक स्थल है जहां सिन्धु घाटी (Indus Valley) की गोदी (Dockyard) पाई गई थी।


42. मोहनजोदड़ो का स्थानीय नाम माउंट ऑफ दि डेड है।


43. लिपि, जिसका कूट वाचन नहीं किया गया है सिन्धु घाटी की सभ्यता से संबंधित है।



पाषाण काल एवं सैन्धव सभ्यता से जुडे महत्वपूर्ण प्रश्न।



44. भारतीय पुरातत्व पर्यवेक्षण का गठन किसने किया था ?


उत्तर- एलेक्जेंडर कनिंघम ने 



45. मानवीय विकास के संबंध में हाल ही में खोज की गई कड़ी कौन-से जीवाश्म की खोज है?


उत्तर- होमो नलेडी



46. सिन्धु घाटी सभ्यता की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता क्या थी?


उत्तर- ईंट के बने भवन



47. सबसे पहले पहिए किससे बने थे ?


उत्तर- लकड़ी



48. पुरापाषाण काल में आदिमानव के मनोरंजन का साधन था


(A) शिकार


(B) जुआ


(C) संगीत


(D) घुड़सवारी


उत्तर- (A)



व्याख्या-पुरापाषाण काल में आदिमानव के मनोरंजन का साधन शिकार था। वे मुख्यतः शिकार पर ही निर्भर थे। उनका भोजन मांस या कंदमूल हुआ करता था।



49. नवपाषाण काल के लोगों द्वारा पाला गया प्रथम पशु था


(A) भेड़


(B) बकरी


(C) कुत्ता


(D) घोड़ा


उत्तर- (A)



व्याख्या-पशुओं के पालतूकरण (Domestication) के मानव प्रयास मध्यपाषाण काल से ही प्रारंभ हो चुके थे। मानव ने सर्वप्रथम जिस पशु को पालतू बनाया वह कुत्ता (Dog) था। कुत्ते को प्रायः 15,000 ई.पू. में पूर्व एशिया में मानव द्वारा घरों में पाला गया। भेंड़ दूसरा पशु है जिसे मानव ने पालतू पशु के रूप में अपनाया। ऐसी मान्यता है कि प्राय: 11,000 ई.पू. से 9000 ई.पू. के मध्य दक्षिण-पश्चिम एशिया में भेंड पालतू पशु के रूप में विकसित की गई। चूंकि लगभग यही काल नवपाषाण काल का है, अत: इस प्रश्न का उत्तर भेंड होगा। सुअर (9000 ई.पू.), बकरी, गाय (8000 ई.पू.), बिल्ली (7500 ई.पू.), मुर्गी (6000 ई.पू.), घोड़ा तथा गधा (4000 ई.पू.) अन्य जानवर हैं जिनका पालतूकरण किया गया है।



50. सबसे पहले कौन-सा हड़प्पाकालीन स्थल खोजा गया था ?


(A) हड़प्पा


(B) मोहनजोदड़ो


(D) सुत्कांगेडोर


(C) लोथल


उत्तर- (A)



व्याख्या सबसे पहले वर्ष 1921 में दयाराम साहनी के नेतृत्व में पश्चिमी पंजाब के हडप्पा नामक स्थल में हुए उत्खनन में हड़प्पा सभ्यता का पता लगा था। सिन्धु सभ्यता के स्थलों में सर्वप्रथम हड़प्पा नामक स्थल पर खुदाई होने के कारण ही इस सभ्यता का नाम 'हड़प्पा सभ्यता रखा गया।



51. सिन्धु घाटी सभ्यता अनार्य सभ्यता थी क्योंकि


(A) यह एक शहरी सभ्यता थी


(B) इसकी लिपि चित्रात्मक थी 


(C) इसकी अर्थव्यवस्था का आधार कृषि था


(D) इसका विस्तार नर्मदा नदी घाटी तक था


उत्तर- (A)



व्याख्या-अनार्यों का संबंध शहरी सभ्यता से रहा है, जबकि आय का संबंध केवल ग्रामीण सभ्यता से रहा है। अतः स्पष्ट है कि सिन्धु | सभ्यता का शहरी सभ्यता होना इस सभ्यता के अनार्य सभ्यता होने का सर्वाधिक ग्राह्य प्रमाण है।



52. हड़प्पा की सभ्यता निम्नलिखित से संबंधित है?


(A) कास्य युग


(B) नवपाषाण युग


(C) पुरापाषाण युग


(D) लौह युग


उत्तर- (A)



व्याख्या हड़प्पा सभ्यता कांस्य युग से संबंधित है। सिन्धु सभ्यता युग में तांबे और दिन को मिलाकर कांसा का निर्माण किया जाता था। इस युग की प्रमुख धातु कांसा थी। इसी के कारण इसे 'कास्ययुगीन सभ्यता' भी कहा जाता है। वस्तुतः यह ताम्रपाषाण कालीन (Chalcolithic) नगरीय सभ्यता थी।



53. हड़प्पा संस्कृति की मुद्राओं एवं पक्की मिट्टी की कलाकृतियों में किस पशु का चित्रण नहीं किया गया है?


(A) गाय


(B) हाथी


(C) गैंडा


(D) बाघ


उत्तर-(A)



व्याख्या-हड़प्पा संस्कृति की एक मुहर पर पद्मासन मुद्रा में त्रिमुखी योगी चित्रित है, जिसके दाहिनी ओर हाथी तथा बाघ और बाईं ओर गैंडा तथा भैंसा एवं सिंहासन के नीचे दो हिरण खड़े हैं। इस संस्कृति में गाय तथा घोड़े की मृदमूर्तिया (मिट्टी की मूर्ति) नहीं मिली है।



54. सिन्धु घाटी सभ्यता के लोगों की मुद्रा (Coins) में किस देवता की आकृति चित्रित थी?


(A) पशुपति


(B) इन्द्र


(C) विष्णु


(D) वरुण


उत्तर- (A)



व्याख्या-मोहनजोदड़ो से प्राप्त एक मुहर (सील) पर तीन मुखवाला एक पुरुष ध्यान की मुद्रा में बैठा हुआ है। उसके सिर पर तीन सींग है। उसके बाईं ओर एक गैंडा और मैंसा तथा दाईं ओर हाथी एवं व्याघ्र हैं। इसे पशुपति शिव का रूप माना गया है। मार्शल ने इन्हें 'आद्यशिव' बताया।



55.सिन्धु घाटी सभ्यता के लोग पूजा करते थे


(A) विष्णु


(B) ब्रह्मा


(C) इन्द्र और वरुण 


(D) पशुपति


उत्तर-(D)



56. निम्नलिखित में से किस विद्वान ने सर्वप्रथम हड़प्पा सभ्यता के अवशेषों को खोजा था?


(A) सर जॉन मार्शल


(B) आर. डी. बनर्जी


(C) ए. कनिंघम


(D) दयाराम साहनी


(E) उपर्युक्त में से कोई नहीं


उत्तर-(C)



व्याख्या-एलेक्जेंडर कनिंघम ने 1853 ई. तथा 1873 ई. में हड़प्पा सर्वेक्षण कर कुछ पुरा वस्तुएं प्राप्त की थीं।



67. भारतीय सभ्यता से जुड़ा कौन-सा नाम है?


(A) सर विंसेंट स्मिथ


(B) डी.डी. गोस्वामी


(C) सर एलेक्जेंडर कनिंघम


(D) सर मार्टिमर ह्वीलर


उत्तर- ●



व्याख्या- दिए गए प्रश्न की प्रकृति स्पष्ट नहीं है क्योंकि भारतीय सभ्यता का एक लंबा कालक्रम रहा है। जिसमें अनेक इतिहासकार एवं पुरातत्वविदों ने अपना योगदान दिया है। प्रश्न में किसी निश्चित सभ्यता का उल्लेख नहीं है। चूंकि दिए गए विकल्प में कनिंघम भारतीय पुरातत्व के जनक हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की स्थापना में इनकी प्रमुख भूमिका थी, मार्टिमर व्हीलर हड़प्पा से तो डी.डी. गोस्वामी कौशाम्बी के उत्खनन से संबंधित थे जबकि सर विंसेंट स्मिथ ने बौद्ध, अशोक एवं मुगल साम्राज्य विशेषकर अकबर पर लिखा है। अतः स्पष्ट है कि दिए गए सभी विकल्प किसी न किसी सभ्यता से संबंधित हैं। अतः सभी विकल्प सही हैं।



68. सिन्धु घाटी की सभ्यता और वैदिक सभ्यता में प्रमुख अंतर है।


(A) पहली नगरीय थी, जबकि दूसरी ग्रामीण


(B) पहली व्यापार को महत्व देती थी, जबकि दूसरी धर्म को 


(C) पहली अहिंसा में विश्वास करती थी, जबकि अहिंसा के संदर्भ में दूसरी सभ्यता का कोई विशेष नियम नहीं था 


(D) पहली सभ्यता में पीपल वृक्ष की पूजा होती थी, जबकि दूसरी में बरगद की


उत्तर- (A)



69. सिन्धु घाटी सभ्यता कब विकसित हुई ?


व्याख्या-सिन्धु सभ्यता का काल 2500 ई. पू. से 1750 ई. पू. तक माना जाता है। सिन्धु सभ्यता नगरीय सभ्यता थी, जबकि आर्यों की सभ्यता ग्रामीण थी।



70. सिन्धु घाटी सभ्यता की लिपि थी


(A) ब्राह्मी


(B) द्रविडियन


(C) हड़प्पा


(D) अभी तक सही पहचान नहीं हो पाई है।


उत्तर-(D)



व्याख्या- सिन्धु घाटी सभ्यता में चित्रात्मक लिपि प्रचलित थी। इस लिपि में लगभग 400 अक्षरों का प्रयोग किया गया है। इसी कारण सिन्धु सभ्यता को आद्यतिहासिक सभ्यता के वर्ग में रखा जाता है। जिसे अभी तक पढ़ा नहीं जा सका है।



71. निम्नलिखित में से किसे 'मृतकों का टीला' नाम से जाना जाता है?


(A) हड़प्पा 


(B) मोहनजोदडो


(C) कालीबंगा


(D) बनवाली


उत्तर- (B)



व्याख्या-मोहनजोदड़ो शब्द का अर्थ सिन्धी भाषा में मृतकों का टीला होता है।



72. मोहनजोदड़ो कहां स्थित है ?


(A) पंजाब


(B) सिन्ध


(C) गुजरात


(D) उत्तर प्रदेश


उत्तर- (B)



व्याख्या-मोहनजोदड़ो सिन्धु सभ्यता का एक प्रमुख नगर था। यह सिन्ध प्रांत (पाकिस्तान में) के लरकाना जिले में स्थित है। मोहनजोदड़ो की खोज सर्वप्रथम वर्ष 1922 में राखालदास बनर्जी ने की थी।



73. हड़प्पाकालीन सभ्यता का विशाल कोठार (अनाज संग्रह करने का स्थान) कहां मिला?


(A) मोहनजोदड़ो


(B) हड़प्पा 


(C) रोपड़


(D) कालीबंगा


उत्तर- (A)



74. सिन्धु सभ्यता का वृहद् स्नानागार किस स्थल पर पाया गया है ?


व्याख्या-मोहनजोदड़ो का सर्वाधिक उल्लेखनीय स्मारक 'वृहद् स्नानागार है। इसके पश्चिम में 1.52 मीटर ऊंचे चबूतरे पर निर्मित एक भवन मिला है, जो पूर्व से पश्चिम में 45.72 मीटर लंबा तथा उत्तर से दक्षिण की ओर 22.86 मीटर चौड़ा है। इसे मार्टिमर ह्वीलर ने अन्नागार बताया है। इसमें ईंटों के बने हुए विभिन्न आकार प्रकार के 27 प्रकोष्ठ मिले हैं।



75. 'अमरी' जो हड़प्पा सभ्यता का एक स्थल है, किस प्रांत में


स्थित है ?


(A) सिन्ध


(B) राजस्थान


(C) गुजरात


(D) बलूचिस्तान


उत्तर- (A)



व्याख्या-अमरी, हड़प्पा सभ्यता का प्रमुख स्थल है, जो पाकिस्तान के सिन्ध प्रांत में स्थित है।



76. सिन्धु घाटी सभ्यता के अवशेष चिह्न बतलाते है कि लोगों का मुख्य धंधा था?


(A) कृषि


(B) पशुपालन


(C) व्यापार


(D) शिकार


उत्तर- (A)



व्याख्या- सैन्धव निवासियों के जीवन का मुख्य उद्यम कृषि कर्म था। सिन्धु तथा उसकी सहायक नदिया प्रति वर्ष उर्वरा मिट्टी बहाकर लाती थीं, जिनमें पैदावार काफी अच्छी होती थी। यहां के प्रमुख खाद्यान्न गेहूं तथा जो थे।



77. सिन्धु घाटी सभ्यता का पत्तन नगर है


(A) लोथल


(B) हडप्पा


(C) रोपड


(D) बनवाली


उत्तर- (A)



व्याख्या-सिन्धु घाटी सभ्यता का पत्तन नगर लोथल है। यह गुजरात के अहमदाबाद जिले में भोगवा नामक नदी के किनारे स्थित है, इसके पूर्वी भाग में एक गोंदी (बंदरगाह) के साक्ष्य मिले हैं। इस स्थल की खोज एस. आर. राव ने की थी।



78. निम्नलिखित में से कौन-सा स्थल भारत में नहीं है?


(A) हड़प्पा


(B) कालीबंगा


(C) रंगपुर


(D) रोपड़


उत्तर- (A)



व्याख्या-हडप्पा पुरास्थल पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मांटगोमरी | जिले में (आधुनिक शाहीवाल) रावी नदी के बाएं तट पर स्थित है। हड़प्पा क्षेत्रफल की दृष्टि से सिन्धु सभ्यता का दूसरा सबसे बड़ा स्थल है।



79. इनमें से कौन एक हड़प्पा सभ्यता की पूर्वी सीमा का निर्धारण करता है?


(A) लोथल


(B) कालीबंगा


(C) आलमगीरपुर


(D) डाबरकोट


उत्तर- (C)



व्याख्या हड़प्पा सभ्यता की पूर्वी सीमा आलमगीरपुर (उत्तर प्रदेश) है। सिन्धु सभ्यता का पश्चिमी पुरास्थल सुत्कांगेडोर (बलूचिस्तान), उत्तरी पुरास्थल माडा (जम्मू एवं कश्मीर) तथा दक्षिणी पुरास्थल दैमाबाद (महाराष्ट्र) है।



80. हड़प्पा सभ्यता का कौन सा स्थल भारत में नहीं था ?


(A) मांडा


(B) सुरकोटदा 


(C) हुलास


(D) बालाकोट


उत्तर- (D)



व्याख्या-बालाकोट नामक हड़प्पा सभ्यता का पुरास्थल, वर्तमान पाकिस्तान के दक्षिणी भाग में अरब सागर के किनारे और मोहन जोदड़ी से दक्षिण-पश्चिमी दिशा में स्थित है। यह बंदरगाह नगर था। यह स्थल सीप उद्योग के लिए प्रसिद्ध था।



81. हडप्पाकालीन लोगों को किसकी जानकारी नहीं थी?


(A) कुम्हारों का चाक


(B) आग


(C) लोहा)


(D) गेहूं


उत्तर- (C)



व्याख्या-हड़प्पाकालीन लोगों को सोना, चांदी, तांबा, कांसा तथा सीसा का ज्ञान था। हड़प्पाकालीन स्थलों की खुदाई से गेहूं तथा जौ के दाने मिलते हैं किंतु सिन्धु सभ्यता के लोगों को लोहे का ज्ञान नहीं था।



82.  सिन्धु घाटी की सभ्यता को आर्य-पूर्व सभ्यता, किसके प्रमाण मिलने के कारण से कहा जाता है?


(A) कला


(B) तांबा


(C) बर्तन


(D) लेखन (स्क्रिप्ट)


(E) कोई नहीं


उत्तर- (C)



व्याख्या-सिन्धु घाटी की सभ्यता में प्राप्त मृद्भाण्डों (मिट्टी के बर्तन) के आधार पर इस सभ्यता को आर्य-पूर्व सभ्यता कहा जाता है। ऋग्वैदिक कालीन मृद्भाण्डों में काले एवं लाल मृद्भाण्डों की प्रधानता है जबकि सिन्धु सभ्यता में भिन्न प्रकार के मृद्भाण्ड मिले हैं।



83. निम्नलिखित में से कौन सा कथन सिन्धु घाटी सभ्यता के संबंध में सही है ?


(A) उनके घर ईंटों के बने थे


(B) सभाभवन की खोज मोहनजोदड़ो में हुई


(C) घर की निर्माण योजना में खुला चौक मुख्य लक्षण था


(D) उपर्युक्त सभी


उत्तर- (D)



84. सिन्धु सभ्यता के लोगों के घर किससे बने होते थे ?


व्याख्या-सिन्धु घाटी सभ्यता में घरों के निर्माण में ईंटों का प्रयोग किया गया था, मोहनजोदड़ो तथा हड़प्पा में पकी हुई ईंटों का प्रयोग प्रायः मकानों के निर्माण के लिए किया गया है। प्रत्येक आवासीय भवन के बीच में एक आंगन होता था, जिसके तीन या चारों ओर चार-पांच कमरे, एक रसोईघर और एक स्नानागार बना होता था। मोहनजोदड़ो के दुर्ग के दक्षिणी भाग में 750 वर्ग मीटर आकार के एक विशाल सभाभवन की रूपरेखा मिली है जिसकी छत 20 स्तंभों पर टिकी हुई थी। यद्यपि कहीं कहीं कच्ची ईंटों का भी प्रयोग किया गया है, जैसे- कालीबंगा।



85. सिन्धु घाटी सभ्यता की पहचान निम्न से है


(A) सुंदर मूर्तियां


(B) धर्म और दर्शनशास्त्र


(C) आर्थिक और सामाजिक सुधार


(D) शहर-योजना प्रणाली


उत्तर- (D)



व्याख्या-सिन्धु घाटी सभ्यता की मुख्य विशेषता शहर योजना प्रणाली थी। सिन्धु घाटी में चौड़ी सड़कें एक दूसरे को लंबवत काटती थीं। मकान पक्की एवं कच्ची ईटों के बनाए जाते थे। नाली एवं सफाई की व्यवस्था भी उत्तम थी।



86. सिन्धु घाटी सभ्यता का ज्ञान मिलता है


(A) ताम्रपत्रों से


(B) अभिलेखों से


(C) पुरातात्विक उत्खनन से 


(D) साहित्य से


उत्तर- (C)



व्याख्या - सिन्धु सभ्यता का ज्ञान पुरातात्विक उत्खनन से मिलता है, क्योंकि वहां कोई साहित्य तथा ताम्रपत्र नहीं पाए गए हैं। मृद्भाण्डों पर कुछ लेख पाए गए हैं, परंतु वे अभी तक पढे नहीं जा सके हैं।



87. मानव द्वारा सर्वप्रथम किस धातु का उपयोग किया गया ?


(A) तांबा


(B) चांदी


(C) कांसा 


(D) पीतल


उत्तर- (A)



व्याख्या - मानव द्वारा सर्वप्रथम प्रयोग में लाई गई धातु तांबा थी। जिसकी आरंभिक तिथि 5000 BC है अर्थात् नवपाषाण काल तका वैसे विश्व परिदृश्य पर दृष्टिपात करें, तो तांबे के उपयोग की आरंभिक तिथि उत्तरी इराक में 8700 BC है।


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