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Government e-Marketplace क्या है सरकारी ई-बाज़ार (GeM) जेम पोर्टल और उसकी विशेषताएं

GeM – सरकारी ई बाजार के साथ जुड़कर रोज के कमायें 10,000 रूपये, जानिए क्या है प्रक्रिया


ई-कॉमर्स का कारोबार दुनियाभर में काफ़ी तेजी से बढ़ रहा है। इसलिए भारत सरकार ने भी गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस, जिसका संक्षिप्त नाम जीईएम (जेम) है, नामक पोर्टल बनवाया है, ताकि कोई भी व्यक्ति ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जेम के साथ जुड़कर बिजनेस कर सकता है। केंद्र सरकार अपने अधीनस्थ विभागों में आपको कारोबार (बिजनेस) करने का मौका देने जा रही है। इसलिए अब छोटे मोटे स्तर पर अपना काम-धंधा और उसका व्यापार करने वालों को ग्राहकों के लिए एक  सुनहरा मौका उभर कर आया है।  केंद्र सरकार ने सभी सरकारी विभागों को गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जेम) से जोड़ा हुआ है। जिसके जरिए सरकारी विभाग अपने उपयोग के लिए वस्तुओं और सेवाओं को ई-पोर्टल जेम के जरिए खरीदते हैं, यानि सभी तरह की खरीदारी और उसका भुगतान ऑनलाइन होती है।


Government e-Marketplace


Government e-Marketplace या सरकारी ई-बाज़ार (GeM) का गठन भारत सरकार ने किया है, जिसे सचिवों के समूह की सिफारिशों के आधार पर तैयार किया गया है. यहाँ से विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारी  आवश्यक सामान्य उपयोग के सामानों और सेवाओं की ऑनलाइन खरीद कर सकते हैं. यह  आत्मनिर्भर और उपयोगकर्ता के अनुकूल है.


इस कदम का मुख्य उद्देश्य सरकार के मंत्रालयों(Government Ministries) और विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों(Undertakings) और केंद्र सरकार के अन्य शीर्ष स्वायत्त निकायों(apex autonomous bodies) द्वारा माल और सेवाओं की खरीद को transform करना है.


गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (GeM) पर ही यह प्रोडक्ट सस्ती कीमत में मिल रहे हैं. देश में इस समय 25 से अधिक ई-कॉमर्स वेबसाइट हैं, उन पर यह प्रोडक्ट थोड़ी ज्यादा कीमत में मिल रहे हैं. ​​अगर आप भी किफायती कीमत पर क्वालिटी प्रोडक्ट खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो आप गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (GeM) की मदद ले सकते हैं.


GeM: अगर आप भी ई-कॉमर्स वेबसाइट पर सस्ते प्रोडक्ट की तलाश कर रहे हैं तो आपको भारत सरकार के ई मार्केटप्लेस (GeM) की मदद लेनी चाहिए. हाल में ही सामने आए एक सर्वे में कहा गया है कि गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस पर करीब 10 ऐसे प्रोडक्ट है जो अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसे वेबसाइट की तुलना में कम कीमत पर ऑफर किए जा रहे हैं.


जिसमें गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (GeM) पोर्टल पर मौजूद प्रोडक्ट की कीमत करीब 10 फ़ीसदी तक कम थी।


साल 2021-22 में इकनोमिक सर्वे के दौरान कुल 22 प्रोडक्ट की अलग-अलग वेबसाइट पर मौजूद कीमत और क्वालिटी की तुलना की गई थी, गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (GeM) पर बिकने वाले प्रोडक्ट की क्वालिटी बेहतरीन है।


इस समय गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (GeM) प्लेटफार्म के बारे में लोगों को अधिक जानकारी नहीं है।

इसलिए हम आपको बता रहे हैं कि आखिर कैसे आप भी इस पोर्टल से जुड़कर सरकार के साथ बिजनेस कर सकते हैं-



जी ई एम (सरकारी ई-बाज़ार) क्या है?

What is GeM (Government e-Marketplace)?

ई-पोर्टल जीईएम या गवर्नमेंट ई-मार्केट प्लेस एक ऑनलाइन बाजार है, जिससे कोई भी व्यक्ति घर बैठे जुड़ सकता है और सरकार के साथ बिजनेस कर सकता है। रजिस्‍ट्रेशन के बाद सरकारी विभागों की डिमांड के हिसाब से सप्‍लाई करते हैं, जैसा किसी भी बाजार में होता है। ऐसा करने के लिए पहले मैन्‍युफैक्चरर्स से संपर्क करना होता है और फिर डिमांड आने पर वहां से सामान सप्‍लाई किया जाता है। कोई भी व्यक्ति जो सही उत्पादन कर रहा है और सरकारी की ओर से निर्धारित स्टैंडर्ड का सामान बना रहा है, वह जीईएम पोर्टल पर अपना माल बेच सकता है।


जी ई एम का पूरा नाम है गवर्नमेंट ई – मार्केटप्लेस. यह एक तरह का ई – कॉमर्स पोर्टल हैं जिसमें सरकार ने विभिन्न मंत्रालयों, विभागों एवं एजेंसियों को जोड़ा है. ये सभी विभाग अपनी उपयोग की वस्तुओं एवं सेवाओं को अब ई कॉमर्स पोर्टल के माध्यम से खरीदेंगे. यानी अब उनकी पूरी खरीदारी ऑनलाइन ही होगी. दरअसल यह पोर्टल इसलिए शुरू किया गया हैं, क्योकि अक्सर यह देखा जा रहा था कि सरकारी नौकरी में काम करने वाले लोग कार्यलय में किसी चीज को सस्ते दाम में खरीद कर सरकार तक इसका बिल ज्यादा पहुंचा देते थे. जिससे सरकार को काफी नुकसान होता था. इसलिए सरकार ने इस पर पाबन्दी लगाते हुए एक नया ई – कॉमर्स पोर्टल शुरू किया हैं.



गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस का लक्ष्य क्या है?


सरकार के इस पहल के अंतर्गत लगभग 35 लाख हैंडलूम वर्कर और 27 लाख हैंडीक्राफ्ट कारीगरों को बाजार उपलब्ध कराना है ताकि वे आसानी से अपना माल बेच सकें। ई पोर्टल के जरिये बिजनेस में बिचौलियों का काम खत्म करने की तैयारी है। इससे आत्मनिर्भर भारत की दिशा को भी तेजी मिलेगी।


बता दें कि सरकार ने देश के बुनकरों और कारीगरों को ई-कॉमर्स के जरिये बाजार उपलब्ध कराने का फैसला लिया है, जिसके लिए वह सभी को जीईएम प्लेटफॉर्म या गवर्मेंट ई-मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म से जोड़ने जा रही है। इससे आप खुलकर सरकार के साथ कारोबार कर पाएंगे। इस ई-कॉमर्स पोर्टल से आपकी मोटी कमाई होगी। क्योंकि आपको घर बैठे ही खरीदार मिलेंगे।


खास बात यह है कि केंद्र सरकार का यह अभियान विभिन्न राज्यों में भी काफी लोकप्रिय हो रहा है। इसके तहत बुनकर और कारीगर अपने उत्पादों को सीधे सरकारी विभागों को बेच रहे हैं। इससे कारीगरों, बुनकरों, सूक्ष्म उद्यमियों, महिलाओं, आदिवासी उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों आदि विक्रेता समूहों की भागीदारी बढ़ रही है, जिन्हें अब तक सरकारी बाजारों तक पहुंचने में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ता था। इसके लिए सरकार ने अपने सभी विभागों को जीईएम यानी कि गवर्मेंट ई-मार्केटप्लेस से जोड़ा हुआ है जहां छोटे बिजनेसमैन भी अपना सामान उचित कीमत पर बेच पा रहे हैं। क्योंकि इसके लिए बोली लगती है और सबसे कम बोली लगाने वालों को यहां विक्रय मौका दिया जाता है।



जानिए जेम पोर्टल (Government e-Marketplace) पर कौन व्यक्ति कर सकता है बिक्री?

जी ई एम (सरकारी ई-बाज़ार) में बिक्री के लिए पात्रता मापदंड (Eligibility Criteria)

अब आप यह सोच रहे होंगे कि आखिर इसमें बिक्री कौन कर सकता है? तो यह जान लीजिए कि कोई भी सेलर्स जो टैक्सेबल और सर्टिफाइड प्रोडक्ट बेच रहा है, वह अपना प्रोडक्ट बेच सकता है। मान लीजिये आप कोई सामान बेच रहे हैं तो जीईएम (जेम) पर जाकर रजिस्‍ट्रेशन करवाएंगे, फिर अगर भारत सरकार का कोई डिपार्टमेंट उस सामान को खरीदने के लिए टेंडर निकालता है तो आपको इसकी जानकारी दी जाएगी। जिसके बाद आप भी इस टेंडर के लिए बोली लगा सकते हैं।



कोई भी ऐसा विक्रेता जोकि उत्पादन करता है और सभी अच्छे उत्पाद बेचता है वह इस पोर्टल में रजिस्टर करके बिक्री करने के लिए पूर्ण रूप से पात्र हो सकता है. 



जी ई एम (Government e-Marketplace) से खरीददारी एवं बिक्री किस प्रकार की जाती हैं (Buy and Sell)

जी ई एम से खरीददारी एवं बिक्री के लिए सरकार टेंडर निकालती हैं. लेकिन जरुरी नहीं हैं सरकार बड़ी – बड़ी चीजों जैसे फर्नीचर, घर आदि के लिए टेंडर निकालती है. बल्कि सरकार हर छोटी से छोटी चीजों के लिए भी टेंडर निकालती है, जैसे पेन, पेपर, टेबल, कुर्सी आदि इसी तरह की चीजें. आप अपने अनुसार सरकार द्वारा दिए जाने वाले टेंडर को लेकर अपना व्यवसाय कर सकते हैं. इसके लिए आपके पास दुकान हो ऐसा भी जरुरी नहीं है. आप किसी भी दुकान से सामान सस्ते दामों में खरीद कर सरकार को बेच सकते हैं. अतः कोई भी सरकारी विभाग या मंत्रालय से जुड़ा हुआ व्यक्ति अब ई – मार्केटप्लेस के उपयोग के बिना कोई चीज नहीं खरीद सकता है. इस पोर्टल पर सरकारी विभाग अपने लिए कम से कम 50 हजार रूपये तक की खरीददारी करने एवं सर्विस लेने के लिए सक्षम हो सकते हैं.



टेंडर से होने वाली इनकम (Tender Income)

अब बारी आती हैं आपको सरकार द्वारा जारी किये जाने वाले टेंडर किस प्रकार मिलंगे. तो हम आपको बता दें कि सरकार को जिस भी सामान या सर्विस की आवश्यकता होती हैं उसका टेंडर जारी होने के बाद कोई भी व्यक्ति जिसे सरकार के साथ बिज़नेस करना हैं, वह उस टेंडर के लिए बोली लगता हैं कि वह उस सामान या सर्विस को किस दाम में बेचेंगे. ऐसे ही कई लोग होंगे. फिर सरकार सभी बोलियों को देखते हुए जो सबसे कम दाम वाली बोली हैं, उस व्यक्ति को टेंडर दे देती हैं. और इस प्रकार उस व्यक्ति को टेंडर मिल जाता है. टेंडर मिलने के बाद वह व्यक्ति सरकार को निर्धारित राशि में सामान बेच कर पैसा कमा लेता है. इस तरह से सरकार को सामान बेच कर आप अपनी इनकम को डबल कर सकते हैं.    



टेंडर कैसे मिलेगा (How to Get Tender)

  • जी ई एम में सरकार द्वारा जारी किये जाने वाले टेंडर लेने के लिए सबसे पहले आप ऑनलाइन पोर्टल पर जाएँ.

  • यहां पहुँचने के बाद आप देखेंगे कि पोर्टल के होम में ही आपको भाषा का चयन करने का विकल्प मिल जायेगा, साथ ही जिस भी प्रोडक्ट एवं सर्विस को आप सरकार को बेचेंगे उसकी लिस्ट केटेगरीज में शो हो जायेगा. उसमें से आप अपने अनुसार प्रोडक्ट या सर्विस का चयन कर सरकार को बेच सकते हैं.

  • इस पोर्टल के माध्यम से आपको टेंडर लेने के लिए दहिनी ओर दिए हुए ‘बिड्स’ विकल्प पर क्लिक करके ‘ऑन गोइंग बिड्स’ में क्लिक करना होगा.

  • इसके बाद आपकी स्क्रीन पर वे सभी टेंडर शो हो जायेंगे जिन सामानों एवं सेवाओं की सरकार को जरूरत हैं.

  • आप इसे अपने अनुसार किसी भी प्रोडक्ट या सर्विस का चयन करें, और वहां दिए हुए विकल्प पर क्लिक करके आप टेंडर के लिए बोली लगा सकते हैं. यदि आपके द्वारा लगाई गई बोली की कीमत कम हैं तो सरकार आपको इसका टेंडर दे देगी.




जी ई एम Government e-Marketplace में टेंडर के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें (How to Register for Tender)

# जेम पोर्टल पर ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन

जीईएम पर रजिस्ट्रेशन कराने के लिए सबसे पहले जेम की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर यूजर आईडी और पासवर्ड बनाना होगा। यूजर आईडी बनाने के लिए आपको अपना आधार या पैन कार्ड, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी को दर्ज करना होगा। यूजर आईडी बनाने के बाद जीईएम पर लॉगिन करके अपने प्रोफाइल पर ऑफिस का पता, बैंक अकाउंट, अनुभव आदि डिटेल दर्ज करें।


इसके बाद डैशबोर्ड के कैटलॉग ऑप्शन में जाकर प्रोडक्ट या सर्विस चुनें, जिन्हें आप बेचना चाहते हैं। वहीं,  रजिस्ट्रेशन करने के लिए दूसरी जानकारी आधिकारिक वेबसाइट www.gem.gov.in पर जाकर ले सकते हैं।


अब जब आपको टेंडर लेने की बात आई है तो आपको बता दें कि टेंडर लेने के लिए लाभार्थियों को खुद को इस पोर्टल पर रजिस्टर करना होगा. रजिस्टर करने के लिए –


  • सबसे पहले ऑनलाइन वेबसाइट में जाएँ. यहाँ आपको एक बायर या सेलर में से किसी एक के रूप में खुद को रजिस्टर करना होगा.

  • इसके लिए आप साइनअप में जाकर क्लिक करें. वहां से अपने अनुसार विकल्प का चयन करें. और इसके बाद खुद को इसमें रजिस्टर कर दें.

  • रजिस्टर करने के लिए आपको लॉग इन बटन पर क्लिक करना होगा. फिर आपको नीचे कुछ जानकारी देनी होगी, जो भी वहां पूछी जाएगी.

  • सभी जानकारी दे देने के बाद नेक्स्ट बटन पर क्लिक कर दें. अब आपके रजिस्टर मोबाइल नंबर में यूजर नाम और पासवर्ड आयेगा. उसका उपयोग करके आप इसमें लॉग इन करें.

  • लॉग इन करने के बाद आप इसमें टेंडर प्राप्त करने के लिए बोली लगा सकते हैं.


यह वेबसाइट में सभी चीजें साफ – साफ दी हुई हैं. इस वेबसाइट में जाकर आपको जिस भी जानकारी की आवश्यकता हैं, वह सब कुछ आपको यहीं पर मिल जाएगी.  


जी ई एम (Government e-Marketplace) में लगने वाले दस्तावेज (Documents)

# जेम पोर्टल पर पंजीकरण के लिए चाहिए ये सब दस्तावेज 

बता दें कि जेम पर रजिस्ट्रेशन के लिए आपके पास पैन कार्ड, उद्योग आधार या एमसीए 21 रजिस्ट्रेशन, वैट/टीन नंबर, बैंक अकाउंट और केवाईसी डॉक्यूमेंट जैसे पहचान पत्र, आवास प्रमाण और कैंसिल चेक होना चाहिए। वहीं, रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद सरकार की किसी भी खरीद के टेंडर की जानकारी सेलर्स को एसएमएस और ई-मेल के जरिए दी जाएगी। इससे आप सरकारी कंपनियों में भी अपनी सर्विस दे सकते हैं।

जी ई एम में रजिस्ट्रेशन करने के लिए आवेदकों को निम्न दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ सकती हैं –


  • पैन कार्ड,

  • आधार कार्ड,

  • उद्योग आधार या एमसीए 21 पंजीकरण,

  • वैट या टिन नंबर,

  • बैंक खाता एवं केवाईसी दस्तावेज जैसे पहचान पत्र, आवासीय प्रमाण पत्र और कौंसिल चेक आदि.




जी ई एम (Government e-Marketplace) की अब तक कि रिपोर्ट (Report)

यह सरकार द्वारा शुरू किया गया एक ऐसा पोर्टल हैं जहाँ अब तक कम से कम 30 हजार खरीददार के तौर पर रजिस्ट्रेशन कराएँ गये हैं। जबकि 1.60 लाख लोग इसमें विक्रेता एवं सर्विस प्रोवाइडर के रूप में पंजीकृत हैं। इस प्लेटफॉर्म को पहले पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था। लेकिन अब यह पूरे देश में लागू हो चूका है।

तो इस तरह से आप सरकार को सामान बेचकर उनसे अच्छा पैसा कमा सकते हैं इससे देश में रोजगार के अवसरों में वृद्धि भी हुई हैं। और सबसे खास बात इससे सरकार को भी नुकसान का सामना नहीं करना पड़ता है।



Background Of GeM (Government e-Marketplace)

राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन या National e-Governance Division (इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय) से तकनीकी सहायता के साथ DGS & D ने उत्पाद और सेवाएँ दोनों की खरीद के लिए GeM पोर्टल विकसित किया है। 2016 में सचिवों( Secretaries) के दो समूहों ने भारत के प्रधान मंत्री को सरकारी ई-मार्केटप्लेस स्थापित करने के लिए सिफारिशें की थी। इन समूहों ने DGS&D  में सुधार के अलावा सरकार / सार्वजनिक उपक्रमों द्वारा खरीदी या बेची जाने वाली विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं के लिए dedicated e-market स्थापित करने की सिफारिश की थी। इसके बाद, वित्त वर्ष 2016-17 में, वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण(Budget speech) में सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और एजेंसियों द्वारा वस्तुओं और सेवाओं की खरीद की सुविधा के लिए एक technology driven platform स्थापित करने की घोषणा की। 9 अगस्त 2016 को वाणिज्य और उद्योग मंत्री(Commerce & Industry Minister) द्वारा पोर्टल लॉन्च किया गया था।



Advantages Of GeM (Government e-Marketplace) - जेम (सरकारी ई-बाज़ार) के फायदे

खरीदारों और सेलर्स के लिए GeM(Government e-Marketplace) के फायदे इस प्रकार हैं 


For Buyers : खरीदारों के लिए

  • Buyer's एकल प्लेटफॉर्म पर Search, Compare, Select और खरीद की सुविधा प्राप्त करा सकता है।

  • क्रेता(Buyer's) आसानी से आवश्यकता पड़ने पर सामान और सेवाएँ ऑनलाइन खरीद सकता है।

  • यह पोर्टल पारदर्शिता और खरीद में आसानी लाया है।

  • खरीदार vendor rating system की जांच कर सकते हैं।

  • इस पोर्टल में आपूर्ति और भुगतान खरीदने और निगरानी के लिए एक उपयोगकर्ता के अनुकूल डैश बोर्ड है।

  • आसान वापसी नीति है।


For Sellers : विक्रेताओं के लिए 

  • विक्रेताओं के पास सभी सरकारी विभागों तक सीधी पहुंच हो सकती है।

  • GeM न्यूनतम प्रयासों के साथ marketing के लिए वन स्टॉप शॉप की तरह कार्य करता है।

  • यह पोर्टल products / services पर bids / reverse नीलामी के लिए वन स्टॉप शॉप भी है।

  • इस प्लेटफ़ॉर्म पर सेलर्स को नए उत्पाद सुझाव उपलब्ध कराये जाते  हैं।

  • यह पोर्टल्स गतिशील मूल्य प्रदान करते हैं: बाजार की स्थितियों के आधार पर मूल्य में बदलाव किया जा सकता है।

  • यह पोर्टल आपूर्ति और भुगतान की बिक्री और निगरानी के लिए विक्रेता के अनुकूल डैशबोर्ड है।

  • इसमें सुसंगत और समान खरीद प्रक्रियाएं हैं।





GeM(Government e-Marketplace) Facilities :जेम (सरकारी ई-बाज़ार) की सुविधाएं

  • इस प्लेटफॉर्म में आम उपयोग की वस्तुएं / सर्विसेज की व्यक्तिगत, निर्धारित श्रेणियों के लिए उत्पादों की सूची दी गई है।

  • डायनेमिक प्राइसिंग बेसिस पर सुविधा को आसानी से look, estimate, compare और खरीद सकते हैं।

  • अधिकांश सामान्य प्रयोक्ता मदों की खरीद के लिये मार्केटप्लेस।

  • मांगों को पूरा करने और आदेश देने के लिए यह एकल खिड़की प्रणाली है।

  • यह मंच पारदर्शिता और खरीदने में आसानी प्रदान करता है।

  • आवश्यकता पड़ने पर कोई भी व्यक्ति वस्तुएं और सेवाएँ आसानी से ऑनलाइन खरीद सकता है।

  • यह प्लेटफ़ॉर्म कम मूल्य की खरीद के लिए और रिवर्स ऑक्शन / ई-बिडिंग का उपयोग करके प्रतिस्पर्धी मूल्य पर थोक खरीद के लिए बहुत उपयोगी है।

  • निरंतर विक्रेता रेटिंग प्रणाली की उपलब्धता है।

  • आपूर्ति और भुगतानों की खरीद और निगरानी के लिए उपयोगकर्ता के अनुकूल डैश बोर्ड।

  • रिटर्न पॉलिसी का प्रावधान है।





People also ask

Q : GeM का पूरा नाम क्या है?

Ans : सरकारी ई-बाज़ार

GeM: Government e-Marketplace


Q : जी ई एम पोर्टल क्या है ?

Ans : जी ई एम यानि सरकारी ई मार्केटप्लेस सरकार द्वारा चलाया जाने वाला ई – कॉमर्स पोर्टल है. जोकि विभिन्न सरकारी विभागों, संगठनों और सावर्जनिक उपक्रमों द्वारा आवश्यक उपभोक्ता वस्तुओं और सेवाओं की आसान ऑनलाइन खरीद को सुविधानजक बनाने और सक्षम करने में सहायक है।


Q : सरकारी विभाग जी ई एम पोर्टल से कितने की खरीदी कर सकते हैं ?

Ans : सरकारी विभाग जी ई एम पोर्टल से 50 हजार रूपये तक का सामान खरीद सकते हैं।


Q : जी ई एम पर सामान की बिक्री कौन कर सकता है ?

Ans :कोई भी ऐसा विक्रेता जोकि उत्पादन करता है, वह इस पोर्टल में रजिस्टर करके बिक्री कर सकता है।


Q : जी ई एम में रजिस्ट्रेशन कैसे करें ?

Ans : जी ई एम में रजिस्ट्रेशन करने के लिए आपको केवल इसके अधिकारिक पोर्टल में जाना है वहां से इसका फॉर्म भर कर जमा करना है, इससे आपको इसका आईडी एवं पासवर्ड प्राप्त हो जायेगा।


Q : जेम पोर्टल के लिए आवश्यक दस्तावेज (Important Document for GeM Portal)

Ans :

  1. पैन कार्ड (Pan Card)

  2. आधार कार्ड (Adhar Card)

  3. बैंक खाता (Bank Account)

  4. वैट या टिन नंबर (Vat or Tin Number)

  5. उद्योग आधार या एमसीए 21 पंजीकरण

  6. केवाईसी दस्तावेज जैसे पहचान पत्र, आवासीय प्रमाण पत्र और कैंसिल चेक आदि (Domicile Certificate)


Q : गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस क्या है ?

Ans : गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस एक ऐसा मार्केटप्लेस हैं जहाँ आम उपयोगकर्ता वस्तुओं और सेवाओं की बिक्री एवं खरीद करते हैं।




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