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जनरल बिपिन रावत की जीवनी | General Bipin Rawat Biography In Hindi

    जनरल बिपिन रावत की जीवनी, जन्म, मृत्यु | General Bipin Rawat Biography In Hindi

    जनरल बिपिन रावत की जीवनी, जन्म, मृत्यु | General Bipin Rawat Biography In Hindi

    देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका समेत कुल 13 लोगों का आज बुधवार को निधन हो गया। पूरा देश इस हादसे से दुखी है। भारतीय वायुसेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर बुधवार 8 दिसम्बर 2021 को तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सवार भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य 13 की मौत हो गई। 


    चीन और पाकिस्‍तान जैसे नापाक इरादे वाले पड़ोसियों से देश की सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती के बीच भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत एक भरोसा का नाम है। कम समय में ही उन्‍होंने भारत की सैन्‍य तैयारियों को दुश्‍मनों से मुकाबले के लिए नई बुलंदियों पर पहुंचाया। आइए जानते हैं सीडीएस जनरल बिपिन रावत की जिंदगी के कुछ अहम पड़ावों के बारे में।


    जनरल बिपिन रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में एक क्षत्र‍िय परिवार में हुआ। उनका परिवार चौहान राजपूत परिवार और उनकी मां परमार क्षत्र‍िय वंश से थीं। जनरल बिपिन रावत के पिता लक्ष्मण सिंह रावत सेना से लेफ्टिनेंट जनरल रहे हैं।जनरल रावत ने 1978 में सेना की 11वीं गोरखा राइफल की 5वीं बटालियन से अपना करियर शुरू किया था।


    जनरल बिपिन रावत के बारे मे जानकारी


    जन्‍म: 16 मार्च 1958

    निधन : 8 दिसंबर 2021



    नाम(Name):-    बिपिन रावत

    प्रसिद्धी का कारण:-   (Famous For )    भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ होने के नाते

    जन्म (Birth):-    16 दिसंबर 1958

    उम्र (Age):-   63 साल (मृत्यु तक )

    जन्म स्थान (Birth Place):-   पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड , भारत

    मृत्यु की तारीख (Date of Death):-   8 दिसंबर 2021

    मृत्यु की जगह (Place of Death):-   कुन्नूर, तमिलनाडु

    मृत्यु की वजह (Reason of Death):-   हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त

    पिता का नाम (Father Name):-   लेफ्टिनेंट जनरल लक्ष्मण सिंह रावत

    माता का नाम (Mother Name):-   पॉलीन कोच

    जाति (Cast):-   क्षेत्रीय राजपूत

    धर्म (Religion):-   हिन्दू

    पद (Post):-   देश के प्रथम CDS अधिकारी

    पत्नी का नाम (Wife Name):-  मधुलिका रावत

    पेशा (Occupation):-   आर्मी अफसर

    बच्चे(Children):-   2 बेटियां

    अवार्ड (Award):-   विशिस्त सेना मैडल, युद्ध सेना मैडल

    गृहनगर (Hometown):-   लैंसडाउन, पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड, भारत

    शिक्षा (Education Qualification):-   एमफिल की डिग्री, प्रबंधन और कंप्यूटर अध्ययन में डिप्लोमा

    स्कूल (School):-   कैम्ब्रियन हॉल स्कूल, देहरादून, सेंट एडवर्ड स्कूल, शिमला

    कॉलेज (College):-   राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला, भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून

    राष्ट्रीयता (Nationality):-   भारतीय

    राशि (Zodiac Sig):-   कन्या

    कद (Height):-    5 फीट 8 इंच

    आंखों का रंग (Eye Colour):-   गहरा भूरा रंग

    बालों का रंग (Hair Colour):-   काला

    पेशा (Profession):-   आर्मी ऑफिसर

    सर्विस के साल (Service-Years):-   16 दिसंबर 1978 – 8 दिसंबर 2021 ( मृत्यु तक)

    वेतन (Salary):-   रु.  500,000/माह + अन्य भत्ते



    बिपिन रावत लेटेस्ट न्यूज़ ( Bipin Rawat Latest News )


    बुधवार सुबह 08 दिसंबर 2021 को जनरल रावत को ले जा रहा एक हेलिकॉप्टर बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें जनरल और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई. तमिलनाडु के कोयंबटूर के पास सुलूर में वायु सेना के अड्डे से 08 दिसंबर 2021 की सुबह उड़ान भरने के तुरंत बाद Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।


    आर्मी परिवार में जन्मे अपने समय के सबसे प्रसिद्ध सैनिकों में से एक, जनरल बिपिन रावत ने 1 जनवरी, 2020 को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के रूप में पदभार ग्रहण किया और इस पद पर कब्जा करने वाले पहले आर्मी अफसर बने।


    सीडीएस के रूप में, उन्होंने नौसेना, वायु सेना और सेना के प्रमुख अन्य फोर स्टार जनरल( four-star General ) का पद दिया गया था।


    बिपिन रावत रक्षा मंत्रालय में सैन्य मामलों के विभाग का नेतृत्व किया करते थे, जो उस समय तक रक्षा विभाग के साथ जिम्मेदारियों को निभाते थे।



    सीडीएस बिपिन रावत का निधन (General Bipin Rawat Death)


    भारतीय वायु सेना द्वारा भारतीय सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को मृत घोषित कर दिया गया. वह IAF Mi 175 V5 हेलीकॉप्टर में सवार थे जो तमिलनाडु के कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।



    CDS जनरल बिपिन रावत का आर्मी में ऐसा शानदार सफर रहा


    • देहरादून में कैंबरीन हॉल स्कूल

    • शिमला में सेंट एडवर्ड स्कूल

    • भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से आर्मी की ट्रेनिंग पूरी की

    • राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (बीएससी)

    • सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (एमफिल)

    • अमेरिकी सेना कमान और जनरल स्टाफ कॉलेज (ILE)

    • बिपिन रावत वेलिंगटन और हायर कमांड कोर्स भी किया

    • चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी मेरठ ने पीएचडी उपाधि से सम्मानित किया

    • दिसंबर 1978 में बिपिन रावत कमीशन ऑफिसर बने

    • 31 दिसंबर 2016 को जनरल रावत थलसेना प्रमुख बने

    • पूर्व आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत (61 साल की उम्र में को 2019 में देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बनाए गए



    पुरस्‍कार


    • परम विशिष्ट सेवा मेडल

    • उत्तम युद्ध सेवा मेडल

    • अति विशिष्ट सेवा मेडल

    • युद्ध सेवा पदक

    • सेना पदक

    • विशिष्ट सेवा पदक



    पद और नियुक्ति की तारीख


    • सेकंड लेफ्टिनेंट- 16 दिसंबर 1978

    • लेफ्टिनेंट- 16 दिसंबर 1980

    • कैप्‍टन -31 जुलाई 1984

    • मेजर -16 दिसंबर 1989

    • लेफ्टिनेंट कर्नल - 01 जून 1998

    • कर्नल - 01 अगस्त 2003

    • ब्रिगेडियर -01 अक्टूबर 2007

    • मेजर जनरल -20 अक्टूबर 2011

    • लेफ्टिनेंट जनरल- 01 जून 2014

    • जनरल (सीओएएस) 0 1 जनवरी 2017

    • सीडीएस - 30 दिसंबर 2019



    सीडीएस बिपिन रावत का निधन का ख़बर


    08 दिसंबर 2021 को तमिलनाडु के कुन्नूर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत को लेकर जा रहा सेना का एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कथित तौर पर, हेलीकॉप्टर में CDS बिपिन रावत, उनकी पत्नी, सुरक्षा कमांडो और एक IAF पायलट सहित 14 लोग सवार थे।


    इस दुर्घटनग्रस्त में तेरह लोगों की जान चली गई। मरने वालों में भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत भी शामिल थे। भारतीय वायु सेना द्वारा भारतीय सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को मृत घोषित कर दिया गया।



    शिक्षा (General Bipin Rawat Education)


    उन्होंने अपनी औपचारिक शिक्षा देहरादून के कैम्ब्रियन हॉल स्कूल और सेंट एडवर्ड स्कूल, शिमला में प्राप्त की और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून में शामिल हो गए, जहाँ उन्हें ‘स्वॉर्ड ऑफ़ ऑनर’ से सम्मानित किया गया.


    वह डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी), वेलिंगटन और यूनाइटेड स्टेट्स आर्मी कमांड में हायर कमांड कोर्स और फोर्ट लीवेनवर्थ, कंसास में जनरल स्टाफ कॉलेज से भी स्नातक थे.


    उन्होंने एम.फिल. भी किया. रक्षा अध्ययन में डिग्री के साथ-साथ मद्रास विश्वविद्यालय से प्रबंधन और कंप्यूटर अध्ययन में डिप्लोमा. सैन्य मीडिया सामरिक अध्ययन पर उनके शोध के लिए, उन्हें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी से सम्मानित किया गया.



    सीडीएस बिपिन रावत: सैन्य कैरियर (CDS Bipin Rawat: Military Career)


    16 दिसंबर 1978 को, सीडीएस बिपिन रावत को 11 गोरखा राइफल्स की 5वीं बटालियन में नियुक्त किया गया था, जो उनके पिता लक्ष्मण सिंह रावत की इकाई थी। उन्होंने आतंकवाद रोधी अभियानों का संचालन करते हुए 10 साल बिताए और मेजर से लेकर वर्तमान सीडीएस तक विभिन्न सेवाओं में काम किया।


    मेजर के पद पर रहते हुए सीडीएस बिपिन रावत ने जम्मू-कश्मीर के उरी में एक कंपनी की कमान संभाली. उन्होंने कर्नल के रूप में किबिथू में एलएसी के साथ अपनी बटालियन की कमान संभाली। ब्रिगेडियर के पद पर पदोन्नत होने के बाद, उन्होंने सोपोर में राष्ट्रीय राइफल्स के 5 सेक्टर और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (MONUSCO) में एक अध्याय VII मिशन में बहुराष्ट्रीय ब्रिगेड की कमान संभाली, जहाँ उन्हें दो बार फोर्स कमांडर की प्रशस्ति से सम्मानित किया गया।


    बिपिन रावत ने उरी में 19वीं इन्फैंट्री डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग के रूप में पदभार संभाला जब उन्हें मेजर जनरल के पद पर पदोन्नत किया गया। एक लेफ्टिनेंट जनरल के रूप में, उन्होंने पुणे में दक्षिणी सेना को संभालने से पहले दीमापुर में मुख्यालय वाली III कोर की कमान संभाली।


    सेना कमांडर ग्रेड में पदोन्नत होने के बाद उन्होंने दक्षिणी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी) का पद ग्रहण किया। थोड़े समय के कार्यकाल के बाद, उन्हें वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के पद पर पदोन्नत किया गया।


    उन्हें 17 दिसंबर 2016 को भारत सरकार द्वारा 27 वें सेनाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था और 31 दिसंबर 2016 को पदभार ग्रहण किया था। उन्होंने भारतीय सेना के चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के 57 वें और अंतिम अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। उन्हें 30 दिसंबर 2021 को पहले सीडीएस के रूप में नियुक्त किया गया था और 1 जनवरी 2020 को पदभार ग्रहण किया था।



    बिपिन रावत का जन्म एवं शुरुआती जीवन (Bipin Rawat Birth & Early Life )

    चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत का जन्म 16 दिसंबर 1978 को उत्तराखंड के पौड़ी में हुआ था। बिपिन रावत उत्तराखंड के एक राजपूत परिवार में हुआ था जो पीढ़ियों से भारतीय सेना में सेवा दे रहा है। बिपिन रावत अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी से ताल्लुक रखते थे जिन्होंने भारतीय सेना की सेवा की थी।


    उनके पिता, लक्ष्मण सिंह रावत ने भारतीय सेना की सेवा की और लेफ्टिनेंट-जनरल के पद तक पहुंचे थे । उनकी मां उत्तराखंड के उत्तरकाशी के एक पूर्व विधायक की बेटी थीं। 


    बिपिन रावत के चाचा, भरत सिंह रावत भारतीय सेना के एक सेवानिवृत्त हवलदार (गैर-कमीशन अधिकारी) हैं। उनके अन्य चाचा हरिनंदन ने भी भारतीय सेना में सेवा की।



    बिपिन रावत की पत्नी ( Bipin Rawat Wife )


    जनरल रावत की पत्नी का नाम मधुलिका था, वह आर्मी वाइफ्लस वेल्फेयर असोसिएशन (AWAA) की अध्यक्ष भी थीं। उनकी पत्नी मधुलिका मध्य प्रदेश के शहडोल की रहने वाली थीं और स्वर्गवासी राजनेता मृगेंद्र सिंह की पुत्री थीं।


    मधुलिका रावत ने अपनी पढाई दिल्ली यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी में की. AWAA के अलावा वह कई तरह से सोशल वर्क के अलावा कैंसर पीड़ितों के लिए काम किया करती थीं।



    बिपिन रावत की शान उनकी बेटिया ( Bipin Rawat Daughter )


    जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की दो बेटियों के माता पिता थे। उनकी बड़ी जिसका नाम कृतिका रावत है मुख्य रूप से बिपिन रावत की बेटियों के बारे में बहुत कम जानकारी मिल पाई है। लेकिन बिपिन रावत की दोनों बेटियां अपनी पिता की शान थीं।



    बिपिन रावत का मिलिट्री करियर (Bipin Rawat Army Career )


    रावत को 16 दिसंबर 1978 को 11 गोरखा राइफल्स की 5वीं बटालियन में भर्ती कराया गया था, उसी यूनिट में उनके पिता थे। एक मेजर के रूप में, उन्होंने उरी, जम्मू और कश्मीर में एक कंपनी की कमान संभाली। 


    कर्नल के रूप में, उन्होंने किबिथू में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ पूर्वी सेक्टर में 5वीं बटालियन 11 गोरखा राइफल्स की कमान संभाली। एक ब्रिगेडियर के रूप में, उन्होंने सोपोर में राष्ट्रीय राइफल्स के 5 सेक्टर की कमान संभाली।


     इसके बाद उन्होंने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (MONUSCO) में एक अध्याय VII मिशन में एक बहुराष्ट्रीय ब्रिगेड की कमान संभाली, जहाँ उन्हें दो बार फोर्स कमांडर की प्रशस्ति से सम्मानित किया गया।


    मेजर जनरल के पद पर पदोन्नति के बाद, रावत ने 19वीं इन्फैंट्री डिवीजन (उरी) के जनरल ऑफिसर कमांडिंग के रूप में पदभार संभाला। एक लेफ्टिनेंट जनरल के रूप में, उन्होंने पुणे में दक्षिणी सेना को संभालने से पहले दीमापुर में मुख्यालय वाली III कोर की कमान संभाली।


    अपने चार दशकों की सेवा के दौरान जनरल रावत ने एक ब्रिगेड कमांडर, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-सी) दक्षिणी कमान, सैन्य संचालन निदेशालय में जनरल स्टाफ ऑफिसर ग्रेड 2, कर्नल सैन्य सचिव और उप सैन्य सचिव के रूप में कार्य किया है। जूनियर कमांड विंग में सैन्य सचिव की शाखा और वरिष्ठ प्रशिक्षक व संयुक्त राष्ट्र शांति सेना का भी हिस्सा रहे हैं और उन्होंने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में एक बहुराष्ट्रीय ब्रिगेड की कमान संभाली थी।


    गोरखा ब्रिगेड से सीओएएस बनने वाले चौथे अधिकारी बनने से पहले रावत थल सेनाध्यक्ष बने. उन्होंने पूर्वोत्तर में आतंकवाद को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसमें उनके करियर का एक मुख्य आकर्षण म्यांमार में 2015 का सीमा पार ऑपरेशन था, जिसमें भारतीय सेना ने एनएससीएन-के आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर सफलतापूर्वक जवाब दिया था। यह मिशन रावत की देखरेख में दीमापुर स्थित III कोर के ऑपरेशन कमांड से चलाया गया था।


    जनरल रावत 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक की योजना का भी हिस्सा था, जिसमें भारतीय सेना नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चली गई थी। रावत नई दिल्ली में साउथ ब्लॉक से घटनाक्रम की निगरानी कर रहे थे। अपनी सेवा के दौरान, जनरल रावत को परम विशिष्ट सेवा पदक, उत्तम युद्ध सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक, विशिष्ट सेवा पदक, युद्ध सेवा पदक और सेना पदक से अलंकृत किया गया है।



    आतंकवादियों का सफाया करने के लिए तुरंत लेते थे निर्णय बिपिन रावत –


    क्या आप जानते है उरी हमले के बाद सीमा पार जाकर सर्जिकल स्ट्राइक पैरा कमांडोज का आईडिया किसने दिया था वे थे जनरल रावत का था। बहुत कम लोगो को इस बारे होगा लेकिन इसके पीछे जनरल बिपिन रावत के दिमाक से ही आईडिया निकला था।


    अपने 63 साल के अपने जीवनकाल में जनरल बिपिन रावत ने अनेको ऐसे कई काम किए, जो हमेशा लोगो के दिलो में हमेशा याद रखे जाएंगे।


    दंगो और आतंकवादियों से भरे हुए स्थानों में काम करने के अनुभव को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार ने दिसंबर 2016 में जनरल रावत को दो वरिष्ठ अफसरों की सलाह पर आर्मी चीफ बनाया था।


    जब मणिपुर में जून 2015 में आतंकीवादी हमले हुए थे जिसमे भारत के 18 आर्मी जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद 21 पैरा के कमांडो ने सीमा पार जाकर म्यांमार में आतंकियों का नमो निशान मिटा दिया गया था।


    एक एक आंतकवादी को चुन चुन कर मारा गया था।  तब उस समय आर्मी के कमांडर बिपिन रावत ही थे जिन्होंने ऐसा करने के लिए आर्मी को आदेश दिया था।



    FAQ


    बिपिन रावत का निधन कब हुआ ?

    08 दिसंबर 2021 को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में बिपिन रावत का निधन हो गया।


    बिपिन रावत कौन थे ?

    बिपिन रावत भारत के पहले सीडीएस थे।

     

    बिपिन रावत की जाति क्या है ?

    बिपिन रावत एक हिंदू गढ़वाली राजपूत  परिवार से ताल्लुक रखते थे


    बिपिन रावत की कास्ट क्या है ?

    बिपिन रावत की कास्ट हिंदू गढ़वाली राजपूत है।


    बिपिन रावत को कितनी सैलरी मिलती है ?

    बिपिन रावत को रु. 500,000/माह + अन्य भत्ते सैलरी के तौर पर मिलते थे।


    जनरल बिपिन रावत का जन्म कब हुआ ?

    जनरल बिपिन रावत का जन्म 16 दिसंबर 1978 को उत्तराखंड के पौड़ी में हुआ था


    भारत के सीडीएस कौन है ?

    भारत के सीडीएस बिपिन रावत थे जिनका 08 दिसंबर 2021 को निधन हो गया था।



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